इटली के महान वायलिन वादक निकोलो पगनीनी को फ्लोरेंस की एक बड़ी सभा में वायलिन बजाने के लिए आमंत्रित किया गया । वह तय समय पर पहुंचे और तल्लीन हो वायलिन बजाने लगे । उनकी आंखें बंद थीं । एकाएक उन्हें एहसास हुआ कि उनके सुर कुछ लड़खड़ा से रहे हैं । आंखें खोलीं , तो पाया कि वायलिन का एक तार टूट गया है । उन्होंने चारों ओर लोगों को संगीत का सम्मान करते देखा और वह बाकी बचे दो तारों से ही वायलिन बजाते रहे । कुछ ही देर बाद दूसरा तार भी टूट गया । वह लोगों का सम्मान भाव व संगीत के प्रति प्रेम देख रुकना तो नहीं चाहते थे , पर मजबूरीवश उन्होंने वायलिन बजाना रोक दिया ।
लोगों ने कहा- एक तार और है पगनीनी । इसके बाद उन्होंने वायलिन को अपने ठोड़ी के नीचे दबाया और फिर बजाने लगे । उन्होंने दिल से बजाया , इसलिए एक तार से भी ऐसा संगीत निकला कि लोग घंटों मंत्रमुग्ध हो सुनते रहे । कार्यक्रम के बाद उन्होंने लोगों से कहा सफलता का एक ही सूत्र है , आत्मविश्वास के साथ सच्चे मन से काम करते रहना । आपने देखा , एक तार से भी कैसे संगीत निकल सकता है । मनोवैज्ञानिक हेलेन बी के अनुसार , दूसरों की दृष्टि से तय विश्वास स्वत्व के लिए खतरा है ।
जब हम सोचते हैं कि हम सीमित हैं , तो हम उसी प्रकार कार्य करते हैं , लेकिन जब हम खुद को असीमित मान लेते हैं , तब हमारी प्रतिक्रिया अलग होती है । इसलिए अपने भीतर झांकें । आप पाएंगे कि वहां पर न जाने कितने अनगढ़ पत्थर पड़े हैं , न जाने कितने ही अनछुए क्षितिज हैं । उठे , और उनकी पूर्णता लिखें । जब आप उड़ने के लिए पैदा हुए हैं , तो रेंगना क्यों चाहते हैं ?