Type Here to Get Search Results !

गाय पर लेख या निबंध लिखे आसान शब्दों में | Essay on Cow in Hindi 2024 - Sagar Research Center

0
WhatsApp ChannelJoin Now
Telegram GroupJoin Now

गाय पर लेख (Essay on Cow ) : - हमारे देश भारत में गाय को एक महत्वपूर्ण पशु का दर्जा प्राप्त है। जहा तक हिंदू धर्म में गाय को पूजा जाता है और इसे गौ माता की संज्ञा दी गई जाती है। 

जब मुद्रा प्रचलन में नहीं हुआ करती थी तो वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए गायों का प्रयोग होता था। कृषि प्रधान भारतीय अर्थव्यवस्था में गायों को सदैव प्रमुख स्थान रहा है।


भारत में गाय (Cow in India) : - भारत के एक बेहद महत्वपूर्ण पशु में से एक है जिस पर न जाने कितने ही लोगों की आजीविका आश्रित है क्योंकि गाय के शरीर से प्राप्त होने वाली हर वस्तु का उपयोग भारतीय लोगों द्वारा किसी न किसी रूप में किया जाता है। न सिर्फ आजीविका के लिहाज से, बल्कि आस्था के दृष्टिकोण से भी भारत में गाय एक महत्वपूर्ण पशु है क्योंकि भारत में मौजूद सबसे बड़ी आबादी यानी हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए गाय आस्था का प्रतीक है। यही वजह है कि गाय भारत में अन्य पशुओं के मुक़ाबले एक विशेष स्थान रखती है।

गाय एक पालतू पशु है। सभी पशुओं में गाय को सबसे भोली तथा दयालु जानवर माना जाता है। गाय एक चौपाया जानवर है। इसकी एक नाक, एक मुँह, दो आँखें, दो कान तथा दो सींग होते हैं। यह एक शाकाहारी जानवर है। ये मनुष्य के लिए बहुत उपयोगी हैं। गायें हमें दूध देती हैं जो हमारे भोजन में पौष्टिक आहार का एक प्रमुख श्रोत है। 

गाय के फायदे (Benefits of Cow) : -  गाय दुनिया भर में दूध की प्राथमिक स्रोत है। गायों से मिलने वाले दूध के कारण हम स्वस्थ और मजबूत रहते हैं। दूध विभिन्न बीमारियों की रोकथाम सहित हमें कई और स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। साथ ही यह हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है। दूध से कई और उत्पाद बनाए जाते हैं, जिनमें मक्खन, मिठाई, दही, पनीर, खोया आदि प्रमुख हैं।

गाय का चमड़ा सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला चमड़ा है जिसका उपयोग बेल्ट और सीट जैसे उत्पाद बनाने के लिए किया जाता है। हमें गायों का हर तरह से सम्मान करना चाहिए और उन्हें सुरक्षित रखना चाहिए क्योंकि वे निस्वार्थ भाव से हमें ऐसे उत्पाद प्रदान करती हैं जो न केवल हमारे लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद हैं।

गाय की शारीरिक संरचना (Body Structure of Cow) : - 

गाय का एक मुंह, दो आंखें, दो कान, चार थन, दो सींगसीं , दो नथुने और चार पांव होते हैं। पांवों के खुर गाय के लिए जूतों का काम करते हैं।

गाय की पूंछ लंबी होती है और उसके किनारे पर एक गुच्छा भी होता है, जिससे वह मक्खियां उड़ाने का काम करती है। गाय की एकाध प्रजाति में सींगसीं नहीं होते हैं। हालांकि कई प्रजातियों में सींगसीं होती है।  

गायों की प्रमुख नस्लें (Major Breeds of Cows) : - 

गायों की कई नस्लें होती हैं। भारत में मुख्‍य रूप से सहिवाल, गीर, थारपारकर, करन फ्राइ जैसी नस्लें पाई जााती है। विदेशी नस्ल में जर्सी गाय सर्वाधिक लोकप्रिय है। यह गाय सबसे ज्यादा दूध अधिक देती है। भारतीय गाय छोटी होती है, वहीं विदेशी गाय का शरीर थोड़ा भारी और बड़ा होता है।

गाय का धार्मिक महत्व (Religious Importance of Cow) : -

भारत में गाय को देवी का दर्जा प्राप्त है। मान्यता है कि गाय के शरीर में सभी देवताओं का निवास है। यहीं कारण है कि दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा के मौके पर गायों की विशेष पूजा की जाती है और उनका विशेष श्रृंगार किया जाता है। प्राचीन भारत में गाय समृद्धि का प्रतीक मानी जाती थी। युद्ध के दौरान स्वर्ण, आभूषणों के साथ गायों को भी लूट लिया जाता था। जिस राज्य में जितनी गायें होती थी, उसको उतना ही सम्पन्न माना जाता है।

 गाय पर लेख या निबंध 15 लाइन में : - 
  1. गाय एक चौपाया जानवर होता है। 
  2. गाय को दो सिंह होती है।
  3. गाय को  दो आंख होती है।
  4. गाय को एक नाक में दो छेद होती  है।
  5. गाय को दो कान होती है।
  6. गाय को चार थन होती है।
  7. गाय बछड़ा या बछरी देती है ।
  8. गाय कई रंग के होती है जैसे लाल ,उजला ,काला, इत्यादि।
  9. गाय के दूध से कई तरह के पकवान बनते हैं जैसे मिठाई घी  दही।
  10. गाय को एक पूछ होती है।
  11. गाय हमारी माता है। गाय गोबर देती है।
  12. गाय के गोबर से जलावन बनती है।
  13. गाय के पेट में चार अमाशय होती है।
  14. गाय हरी भरी घास खाती है, गाय के गोबर से खाद बनती है।
  15. गाय जांगुली करती है।
उम्मीद है आपको गाय पर लिखा गया लेख अच्छा लगा होगा। ऐसे ही और जानकारी के लिए इस साईट को फॉलो एवं कमेंट जरुर करे। इस पोस्ट से रिलेटेड कुछ जानकारी आप हमारे साथ साझा करना चाहते है, तो कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे, आपको इसका जबाब जरुर मिलेगा धन्यावाद 
WhatsApp ChannelJoin Now
Telegram GroupJoin Now

Post a Comment

0 Comments