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विद्यार्थी का जीवन. Student life don't forget this moments.

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    # विद्यार्थी का जीवन कैसा होता है ?

      # विद्यार्थी का मतलब क्या होता है ?

   # किसको हम विद्यार्थी कह सकते है ?

   #  विद्यार्थी का पढ़ाई कहा और कैसे होते है ?

 चलिये दोस्तो आगे बढ़ते है और जानते है। मैं सागर आपका आपसभी का दोस्त अपने ब्लॉग पर दिल से  स्वागत करता हु। आज हम आपको बताते है, विद्यार्थी का मतलब क्या होता है दरअसल एक विद्यार्थी का काम हुआ पढ़ाई करना। ओर वह अपने जीवन को पढ़ाई के लिए समर्पण करना, पढ़ाई के साथ साथ अपने शिक्षा के क्षेत्रों में भी अपनो से आगे निकलना। ओर अपने पैरेंट्स, परिवार एवं अपने समाज का नाम रोशन करना।


आजकल सभी के मन मेे समय में अनुसार बहुत सा सवाल घूमते फिरते रहता है ज्यादा तो एक विद्यार्थी में मन मे घूमते फिरते रहता है क्या करना है क्या नही करना है। कहा जाता हैै पढ़ने से लाइफ बदल जाती है बात भी 100% सही है। विद्यार्थी का जीवन तो बहुत अच्छा होता है पर इस जीवन मे दुख और दर्द का सैलाब भी भरा रहता है, इतना भी आसान नही है जितना सोचा जाता है ।

 विद्याार्थी को सब कोई नही समझ सकता, बस विद्यार्थी ही समझ सकता है हमें तो बहुत अच्छा से पता है क्या आपको पता है कि एक विद्यार्थी का जीवन बोले तो पूरा जिंदगी ओर पूरा जिंदगी के कहानी दर्द और आंशू से ही भरा क्यू रहता है।शायद आपको पता हो या न हो फिर भी मैं आपको बता देता हूं एक लड़का जब पैदा होता है फिर धीरे धीरे बड़ा होता है और अपना स्कूली शिक्षा प्राप्त करता है। तब तक तो उसका जीवन मे खुशी का पहाड़ दौड़ता है हा ज्यादा खुशी तो नही बोल सकते। पर दुख और सुख दोनो बराबर मिलता है, ओर धीरे धीरे आगे बढ़ता अपनी जीवन मे, मन में बहुत हौसला भरा रहता है जैसे कि हमे जो चाहिए उससे मैं हासिल कर के ही रहूंगा । मुझे कोई नही रोक सकता, ओर ये बहुत अच्छी बात भी है कि हमे जो चाहिए वो हमे मिलता नही है उससे हासिल करना पड़ता है।

 जिंदगी आगे बढ़ती गयी और वह दशवीं कक्षा में नामांकन करके पढ़ाई को आगे बढ़ाया, जैसे  जैसे परीक्षा नजदीक आया वैसे वैसे पढ़ाई में मग्न होते गया। गांव का विद्यार्थी था ज्यादा समय पढ़ाई पर भी ओर थोरा समय खेलने पर भी रहता, गांव का विद्यार्थी कर भी क्या सकता था। अब समय हो गया था परीक्षा देने का ओर बहुत ही मन लगा के परीक्षा दिया। कुछ दिन समय बीतता है और समय बीतने के बाद अब बारी आया परीक्षाफल का। 

परीक्षा तो बहुत अच्छा से दिया, पर न जाने क्यों परीक्षाफल देखने का मन नही करता, मन बहुत ही उदास रहता बस एक ही बात बहुत सताता था क्या होगा क्या नही। फिर भी हिम्मत करके परीक्षाफल देखा। सबका resuts बहुत ही अच्छा आया हुआ है तो हमे भी लगा मेरा भी अच्छा आया होगा। क्या लगता आपको रिजल्ट क्या आया होगा ।

                                         मेरा भी रिज़ल्ट्स अच्छा आया ,अच्छा बोले तो ठीक ठाक आया। रिज़ल्ट्स देखने के बाद सबके खुशी का ठिकाना नही रहा। ओर मेरे मन मे दुख का पहाड़ टूट रहा था क्योंकि हम जो चाहते थे वैसा हुआ नही । खैर कुछ दिन के बाद सब ठीक हो गया।।

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